देहरादून। शिलांग में शहीद हुए उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग निवासी हवलदार कुलदीप भंडारी का आज सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जबतक सूरज चांद रहेगा कुलदीप तेरा नाम रहेगा के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। मंदाकिनी नदी किनारे पैतृक घाट पर शहीद के 15 वर्ष के बेटे ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान हजारों नम आंखों ने कुलदीप को अंतिम विदाई दी। बता दें कि अगस्त्यमुनि ब्लॉक के फलई गांव निवासी व शिलांग में तैनात रहे 35 असम रायफल में तैनात हवलदार 42 वर्षीय जवान कुलदीप सिंह भंडारी ऑपरेशन ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। शनिवार देर शाम शहीद का पार्थिव शव सेना के हेलीकॉप्टर से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाया गया था। शहीद अपने पीछे बूढ़ी मां, पत्नी, 15 वर्षीय पुत्र आयुष व 18 वर्षीय पुत्री ईशा को छोड़ गए हैं। जबकि पिता हुकुम सिंह भंडारी का करीब डेढ़ पूर्व निधन हो चुका है।