Saturday, July 27, 2024
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उत्तराखण्डः पतंजलि योगपीठ पहुंचे सहायक निदेशक डॉ. घिल्डियाल! आचार्य बालकृष्ण से की शिष्टाचार भेंट, नशाखोरी रोकने के लिए हुआ गहन मंथन

देहरादून। शिक्षा विभाग में सहायक निदेशक के पद पर नियुक्त हुए डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल आज हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ पहुंचे और उन्होंने पीठ के संस्थापक सदस्य आचार्यकुलम के कुलपति आचार्य बालकृष्ण से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों के बीच देश एवं प्रदेश में संस्कृत और संस्कृति को बचाने के लिए तथा युवा पीढ़ी को नशा और चरित्र हीनता से बचाने आदि विषयों पर गहन मंथन हुआ।

डॉ. घिल्डियाल ने कहा कि जिस प्रकार आज युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त मंे जा रही है वह चिंतनीय विषय है। युवाओं को नशे से बचाने के लिए शिक्षण संस्थाओं का अहम योगदान हो सकता है। कहा कि प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा चारित्रिक एवं नैतिक शिक्षा दी जानी चाहिए और प्रदेश के शिक्षामंत्री डॉ. धन सिंह रावत इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

इससे पूर्व आचार्य बालकृष्ण ने डॉ. घिल्डियाल का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया और उन्हें पतंजलि रिसर्च सेंटर सहित संस्कृत और साहित्य पर जो पांडुलिपि एकत्रित की जा रही हैं को भी दिखाया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पतंजलि रिसर्च सेंटर में 60,000 औषधीय पादप उपलब्ध है जिसमें से 30,000 पर पेंटिंग भी तैयार की गई है।

आचार्यकुलम की शोध छात्रा कुमारी स्वाति एवं कुमारी करुणा ने बताया कि पतंजलि रिसर्च सेंटर में वैदिक पादप वर्गिकी के तहत वनस्पति विज्ञानी लीनियस द्वारा जो पौधों का वर्गीकरण एवं नामकरण दिनाम पद्धति से किया गया है। उसे यहां पर संस्कृत में करने का प्रयास किया जा रहा है।

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