नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। विशाल तिवारी नाम के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले के संबंध में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में कवच सिस्टम को जल्द लागू किए जाने को लेकर मांग की गई है। बता दें कि कवच सिस्टम दुर्घटना से बचाने वाला सिस्टम है। इसके साथ ही मांग की गई है कि घटना की जांच के लिए पूर्व जज की निगरानी में आयोग का गठन किया जाए। वहीं रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में कमेटी बनाए जाने की मांग हुई है। अधिकारियों ने इस भयावह रेल हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है। हादसे में कम से कम 288 यात्रियों की मौत हुई और 1100 से अधिक यात्री घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ-साथ आपदा प्रबंधन दलों के अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी। उन्होंने अस्पताल में कुछ घायलों से भी मुलाकात की। मोदी ने कहा, ‘‘अपना दर्द बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। रेल हादसे के लिए दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।’’ बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ।