इस्लामाबाद. पाकिस्तान में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के आगे फौज और सरकार की हार हुई है. पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को अवैध ठहराते हुए तुरंत रिहा करने का आदेश दे दिया है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री के साथ न्याय नहीं हुआ है. सुनवाई के दौरान इमरान खान का दर्द भी कोर्ट के सामने छलक पड़ा. जिओ न्यूज की खबर के मुताबिक, इमरान ने बताया कि उन्हें अगवा कर डंडे मारे गए और उनके साथ आतंकियों जैसा बर्ताव किया गया.
इमरान ने अपने बयान में कहा कि उन्हें उपद्रवी कहा गया. उन्हें कोर्ट से पाकिस्तानी रेंजर के कमांडों द्वारा इस तरह घसीटा गया जैसे वह कोई बड़े आतंकवादी हों. उनके साथ ऐसा बर्ताव किया गया जो आजकल क्रिमिनल के साथ भी नहीं किया जाता. इमरान खान के मामले की सुनवाई कल सुबह 11.30 बजे इस्लामाबाद हाई कोर्ट में होगी.
इमरान ने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी
रिहाई का आदेश देने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इमरान से कहा कि वह देश में हो रहे दंगे, हिंसक झड़प और आगजनी की घटनाओं की निंदा करें. इसके बाद पूर्व पीएम ने पूर पाकिस्तान में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी. साथ ही इस बारे में कुछ भी न पता होने की बात कही. इमरान खान ने अपील करते हुए अपने समर्थकों से कहा कि मेरा संदेश है कि शांति को हाथ में न लें. सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं.
अभी घर नहीं जाएंगे इमरान खान
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट में कल सुनवाई तक इमरान खान को पुलिस लाइंस के गेस्ट हाउस में रखा जाएगा. सिर्फ 10 लोगों को उनसे मिलने की इजाजत होगी.