उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव दोनों पार्टियों के विधायकों की पहली परीक्षा थी। दोनों दलों के दिग्गजों के प्रदर्शन पर भी सबकी निगाहें थीं। बुधवार को आए लोकसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले थे। कुमाऊं के नौ माननीय अपने बूथों तक में पार्टी प्रत्याशियों को जिता नहीं पाए। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि ये माननीय निकाय चुनाव में बाजी कैसे पलटेंगे।
उत्तराखंड के कुमाऊं में विधानसभा की 29 सीटों में से 11 पर कांग्रेस विधायक हैं लेकिन पार्टी के सात विधायक अपने बूथों पर भी पार्टी प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सका। इसी तरह 18 सीटों पर भाजपा विधायक हैं इनमें से बागेश्वर की भाजपा विधायक पार्वती दास अपने बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को नहीं जिता पाईं। वहीं, पांच बार के विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल भी अपने ही बूथ पर भाजपा को जीत नहीं दिला पाए। यहां भाजपा को 151 वोट जबकि कांग्रेस को 183 वोट मिले हैं। विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री को शिकस्त देकर सुर्खियों में आए उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी विधानसभा क्षेत्र और अपने बूथ पर पार्टी प्रत्याशी प्रकाश जोशी को नहीं जिता पाए। जिले में सिर्फ नानकमत्ता विधायक गोपाल राणा के बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को भाजपा से अधिक वोट मिले। उनके बूथ पर कांग्रेस को 469 और भाजपा को 233 वोट मिले। बाजपुर विधायक यशपाल आर्य का बूथ हल्द्वानी में हैं, लेकिन वह भी प्रकाश जोशी को अपने बूथ पर नहीं जिता पाए। अल्मोड़ा संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को यूं तो भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा से करारी हार मिली लेकिन अपने सरना बूथ पर उन्होंने अजय को शिकस्त दी। अपने बूथ पर वह अजय से 111 वोटों से आगे रहे।
माननीयों के बूथों पर किस दल को कितने वोट
विधायक/माननीय का बूथ भाजपा कांग्रेस
उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी 363 114
किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ 431 101
जसपुर विधायक आदेश चौहान 394 184
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा 529 74
लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह 210 45
बाजपुर विधायक यशपाल आर्य 1523 250
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश 1083 382
बागेश्वर से भाजपा विधायक पार्वती दास 201 211
डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल 151 183