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NOBEL PRIZE DAY ! जानिए आखिर 10 दिसंबर को ही क्यों दिया जाता हैं नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। जिसे डायनामाइट के खोजकर्ता स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में उनकी पुण्यतिथि 10 दिसंबर को दिया जाता है। यह विश्व का सर्वोच्च पुरुस्कार शांति, साहित्य ,भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान तथा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली हस्तियों को दिया जाता हैं। इसकी शुरुआत वर्ष 1961 में स्वीडन के महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में किया गया था। नोबेल फाउंडेशन द्वारा इसका आर्थिक संचालन किया होता है।
हालांकि इस पुरस्कार के लिए नाम की घोषणा अक्टूबर माह में ही कर दी जाती है लेकिन इसका वितरण 10 दिसंबर को जाता है। क्योंकि 10 दिसंबर को स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि होती है। इसलिए इसे इस दिन वितरित किया जाता है।
स्वीडन के रहने वाले अल्फ्रेड नोबेल एक रसायनशास्त्री और इंजीनियर थे। उन्होंने डायनामाइट नामक प्रसिद्ध विस्फोटक का आविष्कार किया था। दिसंबर 1897 में अपनी मृत्यु से पहले, उन्होंने अपनी संपति का एक बड़ा हिस्सा ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया था और नोबेल चाहते थे कि उनकी सम्पत्ति का यह पैसा हर वर्ष उन लोगों को दिया जाए जिनका काम मानव जाति और समाज के कल्याण में हो। जिसके चलते अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा के अनुसार नोबेल फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष यह पुरस्कार दिया जाता है

2022 के नोबल पुरस्कार विजेताओं के नाम

फिजियोलॉजी और मेडिसिन– प्रोफेसर स्वंते पाबो। इन्होने विलुप्त होमिनी और मानव विकास में जीनोम सम्बंधित खोज की है तथा निएंडरथल के जीनोम सिक्वेंसिंग की है।
रसायन विज्ञान– कैरोलिन बर्टोज़ी, मोर्टन मेल्डल और बैरी शार्पलेस। इन्होंने क्लिक केमिस्ट्री और बायो-ऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास में अहम योगदान दिया है। जो भविष्य में चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक नया रास्ता खोलेगा।

भौतिक विज्ञान– एलेन आसपेक्ट, जॉन क्लॉसर, एंटन जिलिंगर। इन्होंने क्वांटम यांत्रिकी में प्रयोग किए, कंप्यूटिंग और क्रिप्टोग्राफी में तेजी से विकसित नए एप्लिकेशन के लिए आधार तैयार किया है।
साहित्य– एनी एर्नो साहस और नैदानिक तीव्रत के लिए जिसके साथ वह व्यक्तिगत स्मृति की जड़ों, व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करती हैं।
शांति– एलेस बियालियात्स्की, रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल (रूस), मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज (यूक्रेन) एलेस को यह पुरस्कार देश को समर्पित अपना जीवन लोकतंत्र की स्थापना व शांति विकास को बढ़ावा देने को मिला है। रूस- कम्युनिस्ट शासन के दौरान उत्पीड़न का शिकार हुए लोगो को समर्थन देना।
यूक्रेन- युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए के लिए
अर्थशास्त्रबेन एस. बर्नान, डगलस डब्ल्यू. डायमंड और फिलिप एच। बेन एस. बर्नान के, डगलस डब्ल्यू. डायमंड और फिलिप एच. को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया है। इन्हें नोबेल पुरस्कार ‘बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध के लिए’ दिया गया।

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