उत्तराखंड समेत पूरा उत्तर भारत भीषण ठंड की चपेट में है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में धूप खिली हुई थी, जिससे ठंड कम होने के आसार थे, लेकिन पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाएं अभी पारा चढ़ने नहीं दे रही हैं। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय होने जा रहा है। 6 जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। देहरादून के पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, उत्तरकाशी और चकराता में हिमपात की संभावना है।
राज्य मौसम विभाग ने इस दौरान राज्य में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। इसके अलावा चारधाम चोटियों के अलावा हर्षिल, गोरसन, हेमकुंड और औली जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हो सकती है. निचले इलाकों में बारिश की संभावना है।
सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पहाड़ी इलाकों में पाले की समस्या बढ़ गई है, जबकि मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है. सोमवार को गढ़वाल और कुमाऊं के कई जिलों में बादल छाए रहे, हालांकि दोपहर में धूप निकली. मसूरी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चंपावत और पिथौरागढ़ में पाला पड़ने से नकदी फसलों को नुकसान हो रहा है, जिससे किसानों को परेशानी हो रही है.
हरिद्वार, रुड़की और उधमसिंहनगर में सुबह घने कोहरे के कारण तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री कम रिकॉर्ड किया जा रहा है. रुड़की में सोमवार को हल्की धूप देखी गई, लेकिन ठंड से कोई राहत नहीं मिली। शहर का अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम था। आने वाले दिनों में प्रदेश में 2 फरवरी से मौसम एक बार फिर अपनी दिशा बदल सकता है.