हल्द्वानी बनभूलुपरा मलिक का बगीचा के अधिकांश घरों में ताला लग चुका है। लोग गृहस्थी के सारा सामान छोड़कर फरार हो चुके हैं। रिपोर्ट है कि सिर्फ मलिक का बगीचा और आस-पास रहने वाले 200 से अधिक परिवार बनभूलपुरा छोड़कर नैनीताल जिले की सीमा से पार कर चुके हैं। पुलिस को जब इसकी भनक लगी तब पुलिस ने दंगे के बाद से खुले पड़े रेलवे ट्रैक की ओर पहरा बैठाया।
8 फरवरी को दंगे के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। तीसरे दिन शहर से कर्फ्यू हटाया, लेकिन बनभूलपुरा में पाबंदियां जारी रहीं। लोग बाहर न जा सकें, इसलिए पुलिस ने बनभूलपुरा के सीमाओं पर पुलिस तैनात कर दी। आवागमन पूरी तरह बाधित था, लेकिन पुलिस गौला बाईपास की ओर पहरा लगाना भूल गई। गौलापुल से तीनपानी तिराहे तक फैले बनभूलपुरा इलाका सभी ओर से घिरा होने के बावजूद इस तरफ खुला रह गया। दंगे की रात ही कई दंगाई इसी रास्ते फरार हो गए। अगले दिन से जब पुलिस ने बनभूलपुरा में घुस कर सर्च अभियान चलाया तो भगदड़ मच गई। पुलिस का सबसे बड़ा सर्च अभियान मलिक का बगीचा और आसपास चला। जिसके बाद लोग सारा सामान घर में छोड़ ताला लगाकर परिवार के साथ फरार हो गए। माना जा रहा है कि दो सौ से अधिक घरों में ताला लग चुका है।