गुरुवार को मुख्य सचिव एसएस संधू की अध्यक्षता में उत्तराखंड पुलिस के आला अधिकारी व प्रशासन के आला अधिकारीयों के साथ एक बैठक आहूत की गई। जिसमें उत्तराखंड में ओमीक्रोन वेरिएंट का केस मिलने के बाद राज्य में सभी स्तर पर पूरी सतर्कता बरतने का निर्णय लिया गया। आवश्यकता पड़ने पर बचाव के लिए उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू व अन्य प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए ।उन्होंने अस्पतालों में बेड ऑक्सीजन और दवाइयों की ठोस व्यवस्था करने को कहा । इसके साथ ही कोविड-19 की टेस्टिंग को तीव्र गति से और ज्यादा से ज्यादा करने के निर्देश भी इस बैठक में दिए गए हैं। उधर सरकार की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि उत्तराखंड में कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी बरतने एवं कोरोना नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सारी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है, और सरकार इसके लिए पूरी तरीके से तैयार है।