देहरादून। केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने विगत दिवस ऋषिकेश में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रोजेक्ट शिवालिक मुख्यालय का दौरा किया। उन्हें सामरिक महत्व की सड़कों पर किए जा रहे कार्यों, चल रही चार धाम यात्रा और भारत माला परियोजना से संबंधित विभिन्न निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने विशेष रूप से दुर्गम इलाकों और खराब मौसम के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में बीआरओ द्वारा किए जा रहे बुनियादी ढांचे के कार्यों के त्वरित कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया। पूर्वी लद्दाख के उमलिंगला दर्रे में 19,300 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन योग्य सड़क के निर्माण और ब्लैक-टॉपिंग के लिए बीआरओ को बधाई देते हुए अजय भट्ट ने समर्पण के साथ इतनी ऊंचाई पर काम करने के लिए प्रोजेक्ट शिवालिक की सराहना करी। उन्होंने बहुत कम समय में भारत-अमेरिकी रणनीतिक सैन्य यूनिट्स के संयुक्त प्रशिक्षण को संभव बनाने के लिए जोशीमठ-औली रोड की मरम्मत और पुनर्वास कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में प्रोजेक्ट की नायाब उपलब्धि की भी प्रशंसा करी। रक्षा राज्य मंत्री ने इस बात की भी सराहना की कि बीआरओ एकमात्र ऐसी एजेंसी है जिसने विंटेज वाहनों के डाउन-ग्रेडेशन और स्क्रैपिंग का आदेश सफलतापूर्वक पूरा किया है और जो ऐसा कर लक्ष्य प्राप्ति करने वाला पहला और एकमात्र सरकारी संगठन बन गया है। बाद में उन्होंने सैनिकों के साथ बातचीत की और उनके उच्च मनोबल और राष्ट्र के लिए की जा रही श्रमसाध्य सेवा के लिए उनकी प्रशंसा करी। उन्होंने सीमा पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में बीआरओ के प्रयासों की भी सराहना की।