Saturday, July 27, 2024
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उत्तराखण्डः देहरादून में आयोजित समीक्षा बैठक में पहुंचे शिक्षामंत्री रावत! बोले- राज्य के हर जिले में बनाये जायेंगे दो-दो संस्कृत ग्राम, आंगनबाड़ी की तर्ज पर पढ़ाई जाएगी संस्कृत

देहरादून। उत्तराखंड के प्रत्येक जनपद में दो संस्कृत ग्राम बनाए जाएंगे, जिनमें आंगनबाड़ी की तर्ज पर संस्कृत पढ़ाई जाएगी। उसके लिए बाकायदा ग्राम स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी। यह बात उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून विश्वविद्यालय के सभागार में हुई समीक्षा बैठक के दौरान कही। इस बैठक में राज्यभर से शासकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य, प्रबंधक एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
डॉ. रावत ने कहा कि वह प्रत्येक 100 दिन में एक समीक्षा बैठक करेंगे और पहली बैठक में जो बिंदु तय किए गए उनकी समीक्षा करेंगे। अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक साथ बिठाकर समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि संस्कृत विद्यालयों में बहुत सारी समस्याएं खड़ी हैं, परंतु धीरे-धीरे समस्याओं का समाधान ढूंढ लिया जाएगा और जो शिक्षकों, कर्मचारियों के हित एवं राज्य की वित्तीय स्थिति के अनुरूप होगा उसका पालन किया जाएगा। सचिव आईएएस चंद्रेश यादव ने कहा कि शासन द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों के तहत जो भी कार्य नियम संगत होंगे, उन्हें तत्काल पूरा किया जाएगा। संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने कहा कि निदेशालय प्रत्येक शिक्षक एवं कर्मचारी के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है, परंतु नियमों के अधीन रहकर ही प्रत्येक कार्य किया जाएगा। बैठक का संचालन करते हुए सहायक निदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि पहली बार इस प्रकार की पहल की गयी है कि शासन-प्रशासन एवं शिक्षकों और कर्मचारियों को आमने-सामने बिठाकर समस्याओं का समाधान ढूंढने का प्रयास किया गया। इससे पूर्व समीक्षा बैठक का शुभारंभ शिक्षा मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर किया। बैठक में सचिव चंद्रेश यादव का चयन देश के 46 आईएएस अफसरों में होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके लिए सामूहिक स्वस्तिवाचन सहायक निदेशकों पद्माकर मिश्रा एवं डॉक्टर बाजश्रवा आर्य के निर्देशन में किया गया। बैठक में आचार्य राम भूषण बिजलवान, प्रबंधकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष डॉ. जनार्दन कैरवान सहित अनेक प्राचार्य एवं प्रबंधकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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