देहरादून। महाशिवरात्रि के मौके पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है। आज सुबह साढ़े आठ बजे भगवान केदारनाथ की आरती की गई और भोग लगाया गया। इसके बाद सुबह नौ बजे से पंचकेदार गद्दीस्थल में मंदिर समिति के आचार्यों की पंचांग गणना के लिए बैठे। इस अवसर पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर के प्रतिनिधि के तौर पर केदार लिंग मौजूद रहे। 9ः30 बजे पंचांग गणना के आधार पर केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन तय कर उसे घोषित किया गया।
तय हुआ 25 अप्रैल को प्रातः 6 बजकर 20 मिनट पर बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। आज ओंकारेश्वर मंदिर में सुबह चार बजे से महाभिषेक पूजा शुरू हुई। मंदिर के पुजारी शिव शंकर लिंग, बागेश लिंग, गंगाधर लिंग और शिव लिंग द्वारा गर्भगृह में धार्मिक परंपराओं के तहत सभी पूजा-अर्चना की गई। पूरे दिनभर ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में विद्यापीठ के छात्र-छात्राओं व मंदिर समिति के कर्मियों व महिला मंगल दलों द्वारा भजन-कीर्तन होते रहेंगे। रात्रि आठ बजे मंदिर में चार पहर की विशेष पूजाएं शुरू होंगी। मंदिर व पंचकेदार गद्दीस्थल को आठ क्विंटल गेंदा के फूलों से सजाया गया है।