नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय, शिक्षक संघ नैनीताल (कूटा) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपकर प्राध्यापकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान का आग्रह किया। ज्ञापन में संविदा प्राध्यापकों का वेतन 50,000 करने की मांग दोहराई गई। कूटा ने स्पष्ट किया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में संविदा प्राध्यापक को यूजीसी नियमानुसार 50 हजार वेतन दिया जा रहा है तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 57700 रुपया निर्धारित किया गया है। कूटा ने इस प्रकरण को कैबिनेट में रखने की मांग भी की है। कहा कि इन प्राध्यापकों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार वेतन दिया जाए। कूटा ने कहा कि वर्षों से कार्यरत संविदा एवं अतिथि प्राध्यापकों को तदर्थ नियुक्ति देने के लिए नियमावली बनाई जाय। कूटा ने कुमाऊं विश्वविधालय का एक नया परिसर बनाने की मांग भी की। इसके अतिरिक्त ज्ञापन में शहर की विभिन्न समस्याओं के समाधान की भी बात कही गई। कूटा ने कहा नैनीताल से हल्द्वानी, नैनीताल से कालाढूंगी तथा नैनीताल से अल्मोड़ा की सड़क जगह-जगह पर क्षतिग्रस्त है, जिससे पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त शहर के आंतरिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं जिनकी मरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाए जानें चाहिए। इस दौरान प्रो. ललित तिवारी, डॉ. विजय कुमार ने शिष्टाचार मुलाकात कर ज्ञापन दिया।