नई दिल्ली। भारत और नेपाल के बीच कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को लेकर फिर से तनाव बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। दरअसल नेपाल में जनगणना की जा रही है। ऐसे में मांग उठी है कि जिन भारतीय इलाकों कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा पर वह अपना दावा करता है, उसमें भी जनगणना कराई जाये। ऐसे संभव है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में फिर से तनाव पैदा हो। दरअसल पिछले साल मई में नेपाल की कैबिनेट ने एक राजनीतिक नक्शा पास किया था जिसमें लिपुलेख, कालापानी व लिंपियाधुरा को अपना इलाका दिखाया था। इसपर भारत की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी। वहीं अब इन इलाकों में नेपाल जनगणना कराने का विचार कर रहा है। ऐसे में साफ है भारत के साथ उसके रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। बता दें कि नेपाल की यह 12वीं जनगणना है जोकि 11 नवंबर को शुरू हुई और 25 नवंबर को समाप्त होगी। नेपाल में गुरुवार से जनगणना का कार्य शुरू हो गया। दस साल में एक बार होने वाली इस जनगणना में लोगों की गिनती के साथ ही उनसे जुड़ी जानकारी भी एकत्रित की जाएगी। पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि नेपाल का झुकाव चीन की तरफ अधिक रहा है। ऐसे में भारतीय सीमा के भीतर स्थित कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को लेकर नेपाल का दावा भी चीन की साजिशों का हिस्सा माना जा रहा है। बता दें कि लिपुलेख ऐसा तिकोना भूक्षेत्र है जहां पर भारत, नेपाल और चीन की सीमाएं लगती हैं।
सीमा विवाद पर फिर आमने-सामने आ सकते हैं भारत और नेपाल! कालापानी में जनगणना कराने की तैयारी में है नेपाल
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