नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां महासमुंद जिले के सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पुटका में उदित नाम के एक शख्स ने पैसों के लिए अपने माता-पिता और दादी की निर्मम हत्या कर दी। परिजनों की हत्या के बाद उदित ने उनकी गुमशुदगी की साजिश भी रची थी, जिसका बाद में पुलिस ने राजफाश किया। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित उदित ने अपनी विलासिता पूर्ण जीवन शैली, नशाखोरी के लिए निर्ममता से अपने माता-पिता व दादी की हत्या कर दी। इतना ही नहीं शव को दो दिन रखने के बाद सैनिटाइजर डालकर जलाया। बाद में लकड़ी में डालकर जलाया। जब शव जल गया तब बची अस्थियों को गड्ढा खोदकर घर आंगन में ही गाड़ दिया। इसके बाद साक्ष्य छुपाने और लोगों गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की फर्जी रिपोर्ट लिखाई, जिसके बाद हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 12 मई को सुबह 10 बजे उदित ने सिंघोड़ा थाना आकर सूचना दी कि उनके पिता प्रभात भोई आठ मई को सुबह उपचार कराने के लिए रायपुर जाने की बात कहकर माता झरना भोई एवं दादी सुलोचना भोई के साथ घर से निकले हैं, जो आज तक घर वापस नहीं आए हैं। सूचना पर थाना सिंघोड़ा ने ढूंढना प्रारंभ किया। हत्या के बाद भी आरोपी ने पिता के मोबाइल से सकुशल होने का स्वजनों को मैसेज किया। पिता के आनलाइन फोन पेमेंट एप से चार दिन में ही एसी, पलंग, आलमारी, मोबाइल की खरीदी की। उसके इस बर्ताव से वह पुलिस के घेरे में आ गया और ट्रिपल मर्डर मामले का पर्दाफाश हो गया। बता दें कि पिता प्रभात भोई पैकिन स्कूल में प्रभारी प्राचार्य थे। थाना सिंघोड़ा की टीम शिकायत के बाद आरोपी के माता-पिता की तलाश कर ही रही थी कि प्रभात भोई का छोटा बेटा अमित कुमार भोई अपने घर ग्राम पुटका आया तो उनके चाचा पंचानन ने उसे बताया कि तुम्हारे पिता, मां और दादी सुलोचना आठ मई से घर पर नहीं है। जिसकी सूचना थाना सिंघोड़ा में देकर तुम्हारा बड़ा भाई उदित गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराया है। इसके बाद छोटे बेटा जब घर में जाने लगा तो उसने ताला लगा पाया। फिर वह घर के बाड़ी से दीवार कूदकर घर घुसा तो उसने कुछ जलने का निशान देखा। जला हुआ राख को हटाया तो उसमें मानव हड्डी के टुकड़े पड़े मिले। अमित कुमार पूरे घर को चेक किया तो हाल के दीवार पर खून के छींटे भी मिले। इसे देखकर उसे कुछ अनहोनी का अहसास हुआ और उसने पुलिस को सब बता दिया, जिसके बाद पुलिस सच तक पहुंच पाई।