रक्षा मंत्रालय की भूमि पर अतिक्रमण रोकने टाइटल को सुरक्षित रखने और लैंड रिकॉर्ड को अपडेट करने के लिए रक्षा संपदा महानिदेशालय ने अक्टूबर 2018 में रक्षा भूमि सर्वेक्षण का कार्य शुरू किया था। 3 साल की लंबी का कसरत के बाद अब तक सैनिक छावनी के अंदर लगभग 1.61 लाख एकड़ और छावनी के बाहर 16.38 लाख एकड़ भूमि के सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। आजादी के बाद पहली बार राज्य सरकारों के राजस्व अधिकारियों के सहयोग पर नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग कर भूमि सर्वेक्षण को अंजाम दिया गया है । सर्वेक्षण को पूरा करने और विश्वसनीय बनाने के लिए ड्रोन इमेजनरी और सैटेलाइट इमेजनरी आधारित तकनीक की सहायता ली गई है, और यह सर्वेक्षण देश के सबसे बड़े भूमि सर्वेक्षण में से एक है। इन इलाकों में कई बेहद दुर्गम क्षेत्र भी शामिल हैं जो सर्वेक्षण के अंतर्गत आए हैं। इस सर्वेक्षण में नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर जियो इनफॉर्मेटिक्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे प्रमुख संस्थानों के तकनीकी विशेषज्ञों की भी मदद ली गई है